मुश्किलें सुलझाकर समाज के पिछड़े, बेसहारा, समस्याग्रस्त, सुविधाविहीन, उत्पीड़न, हिंसा के शिकार लोगों के हितों एवं संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करना और चेहरे पर मुस्कान लाना ताकि हम गर्व से कह सकें-
"सत्य की ही जीत होती है।"
अगर आपकी समस्या की अनदेखी की जाती है, समाधान नहीं किया जाता, भय और असुरक्षा में जी रहे हैं, सत्य का पक्ष कोई नहीं ले रहा है, आपका प्रतिनिधि आपकी नहीं सुनता, जुल्म का साथ देता है, शासन चुप है, प्रशासन कुंद है और आप किसी अनहोनी से डरे-सहमे हैं, तो हमें बताएं अपनी बात, हम आपको दिलाएँगे मानवीय गरिमा से जीने का अधिकार जो हमने पायी है लाखों कुर्बानियों के दम पर।